माइंड द गैप - ट्रेलर
17 जनवरी से सिनेमा में रॉबर्ट शेबस ने अपनी सफल फिल्म "बाउर माइन्स" के माध्यम से कृषि की समस्याओं को आलोचनात्मक और सटीक तरीके से सामने रखा है। अब वह इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्यों बढ़ती संख्या में लोगों ने बेहतर भविष्य और राजनीति में विश्वास की आशा खो दी है और इसका असर लोकतंत्र के सार पर क्यों पड़ रहा है।
अपनी फिल्म में, रॉबर्ट शेबस इस सवाल की पड़ताल करते हैं कि क्यों बढ़ती संख्या में लोगों ने बेहतर भविष्य की आशा खो दी है और राजनीति में विश्वास खो दिया है, और यह लोकतंत्र के सार को क्यों प्रभावित करता है।
माइंड द गैप "केवल लोकतंत्र के बारे में एक चेतावनी नहीं है, बल्कि लोकतंत्र और सहिष्णुता को समझने की एक कवायद भी है।"
17 जनवरी से सिनेमाघरों में
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